भारत प्रतिभूति मुद्रण एवं निर्माण निगम लिमिटेड
भारत प्रतिभूति मुद्रण एवं निर्माण निगम लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) भारत सरकार की पूरी तरह से स्वामित्व वाली अनुसूची 'ए' मिनीरत्न श्रेणी -1 कंपनी है। इसका गठन वर्ष 2006 में किया गया था। इसके अन्तर्गत 9 उत्पादन इकाइयाँ हैं जिनमें 4 मिंट, 2 मुद्रा नोट प्रेस, 2 सुरक्षा प्रिंटिंग प्रेस और 1 सुरक्षा पेपर मिल हैं। कम्पनी ने सुरक्षा पत्रों, मुद्रण और सिक्कों की ढ़लाई के क्षेत्र में अनुसन्धान और विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है।
मुद्रणालय या छापखाने
संपादित करेंइंडियन सिक्योरिटी प्रेस, नासिक रोड महाराष्ट्र
संपादित करेंमहाराष्ट्र में नासिक रोड पर स्थित इंडियन सिक्योरिटी प्रेस है जहां पर डाक संबंधी सामग्री जैसे डाक टिकट बैंकों के चेक, राष्ट्रीय बचत पत्र, पासपोर्ट, इंदिरा विकास पत्र, पोस्टल आर्डर, किसान विकास पत्र आदि के अलावा अलावा यह प्रेस करेंसी नोट भी छापती है जिसमें 10, 50 , 100, 500 तथा 2000 के नोट होते हैं तभी उनकी पूर्ति भी करती है।
सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस, हैदराबाद
संपादित करेंइसकी स्थापना दक्षिण राज्यों की लेखन सामग्री की मांगों को पूरा करने और देश की केंद्रीय उत्पाद शुल्क स्टाम्प की मांग को पूरा करने के लिए वर्ष 1982 में की गई थी इसकी स्थापना इंडियन सिक्योरिटी प्रेस नासिक रोड महाराष्ट्र के उत्पादन की अनुपूर्ति के लिये की गयी थी ।
बैंक नोट प्रेस देवास
संपादित करेंमध्य प्रदेश के देवास में स्थित बैंक नोट प्रेस 10, 50, 100, 500 तथा 2000 के बैंक नोट छापती है तथा यहां पर एक स्याही कारखाना भी है जो कि प्रतिभूति पत्रों के लिए स्याही का निर्माण करता है।
शाह बनी (पश्चिम बंगाल) तथा मैसूर
संपादित करेंभारतीय रिजर्व बैंक मुद्रण लिमिटेड के दो नए एवं अत्याधुनिक करेंसी नोट प्रेस शाहबनी पश्चिम बंगाल तथा मैसूर कर्नाटक में में स्थापित किए गए हैं। यहां आरबीआई के नियंत्रण में करेंसी नोट छापे जाते हैं इन छापखानों में वर्ष 1998 से 99 तक 10000 मिलियन करेंसी नोट का अतिरिक्त वार्षिक मुद्रण का अनुमान लगाया गया था। देवास तथा महाराष्ट्र में नासिक रोड पर स्थित बैंक करेंसी प्रेस में प्रतिवर्ष 6000 मिलियन करेंसी नोट का मुद्रण होता है।
सिक्योरिटी पेपर मिल, नर्मदापुरम
संपादित करेंमध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में स्थित इस सुरक्षा-पत्र मिल में बैंक और करेंसी नोट कागज तथा गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर की छपाई होती है। वर्ष 1968 में करेंसी नोट और स्टांप पेपर की छपाई करने के लिए सिक्योरिटी पेपर मिल नर्मदापुरम में इसका उत्पादन चालू किया गया था।
टकसालें
संपादित करेंभारत सरकार की चार टकसालें मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद तथा नोएडा में स्थित हैं जहां पर सिक्कों का उत्पादन किया जाता है तथा सोने और चांदी की परख की जाती है एवं पदक/मेडल का भी उत्पादन भारत सरकार द्वारा यहां किया जाता है। मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता की टकसालें काफी पुरानी हैं। मुंबई की टकसाल 1830 में स्थापित गई थी, जबकि हैदराबाद की 1930 में और कोलकाता की 1950 में स्थापित की गई थी। नोएडा की टकसाल नवीनतम है जिसे वर्ष 1989 में स्थापित किया गया है।