भारत मे आतंकवाद इतिहास

terror

भारत में आतंकवाद की घटनाएं:

२६ सितंबर-जम्मू कश्मीर के सांबा, हीरानगर में दोहरा आतंकी हमला, लेफ्टिनेंट कर्नल सहित 12 की मौत।[1] आतंकी संगठन 'शोहादा ब्रिगेड' ने जम्मू में हुएहमलों की जिम्मेदारी ली।[2]

  • १३ मई, २००८: जयपुर में एक के बाद एक ७ धमाके, ६३ लोगों की मौत।
  • २५ जुलाई, २००८: बेंगलुरु में ७ धमाकों में एक व्यक्ति की मौत, १५ घायल।
  • २६ जुलाई, २००८: अहमदाबाद में ७० मिनट के अंदर २१ बम धमाकों में ५६ लोगों की मौत और २०० घायल।
  • १३ सितंबर, २००८: राजधानी दिल्ली के महत्वपूर्ण बाजारों में सीरियल धमाकों में २६ लोगों की मौत।
  • २८ सितंबर, २००८: दिल्ली के महरौली इलाके में धमाका, ३ की मौत।
  • २९ सितंबर, २००८: गुजरात के मोदासा और महाराष्ट्र के मालेगाँव में धमाके, मालेगाँव में ५ लोग मरे।
  • २१ अक्टूबर, २००८: मणिपुर पुलिस कमांडो काम्प्लेक्स के निकट बम धमाके में १७ लोग मारे गए।
  • ३० अक्टूबर, २००८: असम के अलग-अलग इलाकों में १८ आतंकवादी हमलों में कम से कम ४५ लोगों की मौत और १०० से अधिक घायल।
  • १९ फरवरी, २००७: भारत से पाकिस्तान जा रही समझौता एक्सप्रेस में दो बम फटे, ६६ से अधिक मौतें, मरने वाले अधिकतर पाकिस्तानी थे।
  • १८ मई, २००७: हैदराबाद में जुमे की नमाज के समय मस्जिद में बम फटा, ११ लोगों की मौत।
  • २५ अगस्त, २००७: हैदराबाद में ही एक मनोरंजन पार्क और सड़क किनारे के ढाबे में चंद मिनटों के अंतराल पर तीन धमाके, ४० की मौत।
  • ७ मार्च, २००६: बनारस में तीन बम धमाकों में १५ लोगों की मौत ६० घायल।
  • ११ जुलाई, २००६: मुंबई के रेलवे स्टेशनों और लोकल ट्रेनों में ७ बम धमाकों में १८० से अधिक लोगों की मौत।
  • ८ सितंबर, २००६: मुंबई से २६० किलोमीटर दूर मालेगाँव में एक मस्जिद के निकट एक के बाद एक धमाकों में ३२ लोगों की मौत।
  • २९ अक्टूबर, २००५: दिल्ली के बाजारों में तीन जोरदार धमाकों में ६६ लोगों की मौत।
  • १५ अगस्त, २००४: असम में बम धमाकों में १६ लोगों की मौत, जिसमें अधिकतर स्कूली बच्चे थे।
  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 28 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2013.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 28 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2013.