भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार
भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय का निर्माण भारी उद्योग विभाग और लोक उद्यम विभाग को सयुक्त करके किया गया है। भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय भारत सरकार का एक मंत्रालय है, जिसमें 48 केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की प्रशासन व्यवस्था और उनका बेहतर छमता उपयोग,उनके संसाधनों का रक रखाव सुचारु रूप से कार्यविन्त किया जाता है।[1] केंद्र सरकार के भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय लघु रत्न श्रेणी 1 उद्योग को अधिकतम धनराशि वित्तीय सहायता के रूप में 500 करोड़ की राशि प्रदान की गई।[2][3]सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगो पर भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय का प्रबंधन एवं प्रसासनिक नियंत्रण होता है।[4]भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय 2019 में अर्जुन राम मेघवाल को मिला।[5]
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अरिहंत, विशेषज्ञ. Pathfinder CDS Combined Defence Services Entrance Examination Hindi. अरिहंत प्रकाशन इंडिया लिमिटेड. अभिगमन तिथि 15 दिसंबर 2021.
- ↑ वाईसीटी, विशेषज्ञ टीम. GENERAL KNOWLEDGE & GENERAL SCIENCE. युवा प्रतियोगिता टाइम्स.
- ↑ डॉ. वीरेंद्र, प्रसाद यादव (आईएएस). BPSC Bihar Lok Seva Ayog 28 Year-wise General Studies Solved Papers (1992 - 2020). प्रभात प्रकाशन. अभिगमन तिथि 19 जनवरी 2021.
- ↑ डॉ. जी एल, शर्मा. Arthshastriya Avdharnaye Evem Bhartiya Arthvyastha Tatha Rajasthan Ki Arthvyastha (Economic Concepts And Economy Of India And Rajasthan) For RAS/RTS and Other RPSC Exams. प्रभात प्रकाशन. अभिगमन तिथि 19 जनवरी 2021.
- ↑ टीम, प्रभात. Army Public School PGT Itihas 15 Practice Sets. प्रभात प्रकाशन. अभिगमन तिथि 19 अगस्त 2018.