भार्गवी राव
भार्गवी प्रभंजन राव (14 अगस्त 1944 – 23 मई 2008), तेलुगू भाषा की प्रख्यात अनुवादक थी, जिन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त था। अपने जीवन कल में वे सक्रिय रूप से लेखक और नाटककार गिरीश कर्नाड के विभिन्न कार्यों के अनुवाद में शामिल रही थीं। उनके सृजन कर्म के अंतर्गत प्रकाशित नूरेला पांटा उनकी सर्वाधिक चर्चित कृतियों में से एक है, जो बीसवीं सदी की महिला लेखिकाओं की सौ छोटी कहानियों का तेलगु भाषा में एक संकलन है।[1][2]
भार्गवी प्रभंजन राव | |
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जन्म | 14 अगस्त 1944 बेल्लारी, कर्नाटक |
मौत | 23 मई 2008 हैदराबाद, आंध्र प्रदेश |
पेशा | लेखिका, अनुवादक और कवयित्री |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
विधा | फिक्सन |
उल्लेखनीय कामs | नूरेला पांटा |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Prism Books (प्रिज्म बूक)" (अंग्रेज़ी में). Prism Books Co. Literary Works of Bhargavi Rao मूल जाँचें
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मान (मदद) से 29 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2014. - ↑ "Anukriti.net(अनुकृति डॉट नेट)" (अंग्रेज़ी में). Anukriti.net. Translating Poems मूल जाँचें
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मान (मदद) से 23 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2014.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- म्यूज इंडिया पर भार्गवी राव का प्रोफ़ाइल(अंग्रेज़ी में)