, किसी वस्तु में द्रव्य की मात्रा को प्रकट करता है उसे द‌‍‌‌‍व्यमान कहते हैं। भार किसी वस्तु का भार उस पर लगने वाले बल को कहते हैं। इस परिभाषा के कारण ही दोनों राशियों के मात्रक भी अलग-अलग हैं। अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली (एस आई) में द्रव्यमान का मात्रक किलोग्राम है जबकि भार का मात्रक न्यूटन । किसी वस्तु का धरती पर जो द्रव्यमान है, वही द्रव्यमान चन्द्रमा पर भी होगा, किन्तु उसका चन्द्रमा पर भार उसके धरती पर भार का लगभग छठवाँ भाग ( 1/6 ) ही होगा यानी अगर आपका भार पृथ्वी पर 36 किलोग्राम ( न्यूटन) है तो चंद्रमा पर आपका भार सिर्फ 6 किलोग्राम ( न्यूटन) होगा । किसी वस्तु को जल या किसी अन्य द्रव में डुबाने पर उसका द्रव्यमान नहीं बदलता, किन्तु उसका भार कम हो जाता है (उत्प्लावन बल देखिये)।

किसी स्थान पर किसी वस्तु के द्रव्यमान m और उसके भार W में निम्नलिखित सम्बन्ध होता है-

W = m . g

जहाँ, g गुरुत्व जनित त्वरण है। जिसका मान 9.8 मीटर/ सेकंड ² होता है।

उदाहरण के लिये, 2 किलोग्राम द्रव्यमान वाली किसी ईंट का धरती पर भार 2.g = 2 x 9.8 = 19.6 न्यूटन (लगभग) होगा।

इन्हें भी देखें

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