भिलट देव भील आदिवासियों के प्रमुख देवता है बड़वानी जिले मे भिलट देव जी का मेला लगता है।[1]

भील लोकगीत

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ऊँचो माळो भीलट देव डगमाळ,

टोंगल्यो बूड़न्ती ज्वार।।

काचा सूत की भीलट देव की गोफण,

मालू राणी होर्या टोवण जाई।।

हरमी-धरमी का होर्या उड़ी जाजो,

न पापी को खाजो सगळो खेत।।[2]

  1. Singh, V. P.; Jadhav, Dinesh (2011-01-01). Ethnobotany of Bhil Tribe (अंग्रेज़ी में). Scientific Publishers. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-87307-36-0.
  2. "भीलट देव- / भील - कविता कोश". kavitakosh.org. अभिगमन तिथि 2023-10-25.