भुमन्यु चक्रवर्ती सम्राट भरत के पुत्र व राजा दुष्यंत के पौत्र थे।इन्होंने अपने पिता की ही तरह अपने राज्य को चलाया व न्याय व धर्म की रक्षा की।इनके बारे में प्रचलित है कि ये बड़े ही उदार चरित्र व धर्मनिष्ठ राजा थे जिन्होंने शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए अनेकों परिवर्तन किए व अपने राज्य को चारों तरफ से सुरक्षित किया।इनके राज्य में विदेशों से व्यापार व लेन देन स्वर्ण में होता था।समाज में सुख शांति व समृद्धि थी।