'गाँव:- भूंगरा

तहसील नाम:-शेरगढ़

जिला:- जोधपुर

राज्य:- राजस्थान

मंडल:- जोधपुर

भाषा:- हिंदी और मारवाड़ी

ऊँचाई:- 104 मीटर। ऊपर का सील स्तर

टेलीफोन कोड / एसटीडी कोड: 02929

विधानसभा क्षेत्र:- शेरगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र

लोकसभा क्षेत्र:- जोधपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र

पिन कोड:- 342022

आपातकालीन संपर्क सूत्र:- 09057070405

डाक घर का नाम:- शेरगढ़ (जोधपुर)

भूंगरा प्रसिद्ध गाँव का नाम है। संक्षेप में, यह शेरगढ़ के पास स्थित है और जोधपुर (राजस्थान) से 100 किमी दूर है। इंजीनियर रावल सिंह राजपुरोहित ,मरुधर की माहीमा नामक अपनी प्रसिद्ध पुस्तक में ग्लोरी, हिस्ट्री, ट्रेडिशन एंड कल्चर के बारे में लिखा है जिसके लिए यह गांव अन्य से अलग है। आजीविका के लिए खेती और पशुपालन करने वाले अधिकांश लोग हैं, हालांकि, कुछ लोग विभिन्न कैरियर में अलग-अलग योग्यता के साथ पेशेवर हैं। वास्तव में हमारे गाँव के अन्न उत्पादन में प्रतिभा का निर्यात होता है अर्थात इसे दूसरों के लिए बेचने के लिए अतिरिक्त उत्पादन होता है।

कृषि: फसल की खेती विशिष्ट आजीविका गतिविधि है।

हिंदू मंदिर: प्रमुख मंदिरों की उपस्थिति एक प्रमुख आकर्षण है। मंदिर में हर साल बहुत सारे मेलों का आयोजन किया जाता है। थिरा दादा जी , नागाणाराय माताजी, शहीद हमीर सिंह स्मारक, शिव मंदिर, हनुमान जी मंदिर, करणीदास जी मंदिर, ठाकुर जी मंदिर, बाबा रामदेव जी मंदिर, पाबूजी मंदिर, रिख भूरा दास जी मंदिर व अन्य कहीं भोमियाजी के मंदिर हैं।

जाति व धर्म:- इस गांव में सिर्फ हिंदु व जैन धर्म के लोग रहते हैं। जिसमें से मुख्यत जाति- राजपूत, ब्राह्मण,गोस्वामी, संत, सोनार, बनिया, माहेश्वरी, मेघवाल, भील, हरिजन, जोगी आदि।

वीर शहीद:- अमर शहीद हमीर सिंह जी पुत्र श्री मंगल सिंह जी परमार संक्षिप्त परिचय


शौर्य की सरजमी जोधपुर जिले की शेरगढ़ तहसील के भूंगरा गांव में 01 जुलाई 1936 को श्रीमती सिरे कंवर जी की कोख से श्री हमीर सिंह जी का जन्म हुआ, इनके पिता का नाम श्री मंगल सिंह जी परमार था।
 13 सितंबर 1956 कों श्री हमीर सिंह जी भारतीय सेना में भर्ती हुए। जोधपुर जिले के चाबा गाँव के ठाकुर श्री लख सिंह जी सालेचा (देवराज, राठौड़) की पुत्री श्रीमती तुलसी कंवर जी के साथ श्री हमीर सिंह जी का विवाह हुआ।

भारत-पाक युद्ध के दौरान 19 राजपूताना राइफल्स के जाबांज सिपाही मनोहर सिंह जी 05 दिसम्बर 1971 को असाधारण शौर्य व पराक्रम का परिचय देते हुए चांदपुर कि पहाड़ियों में (वर्तमान बांग्लादेश) वीरगति को प्राप्त हुए।

सौजन्य:- पर्वत सिंह भूंगरा, संस्थापक:- वीर शहीद वेलफेयर संस्था राजस्थान

जीती जागती प्रतिमा:- श्री प्रेम सिंह बाजौर, पूर्व अध्यक्ष सैनिक कल्याण विभाग (राज्य मंत्री) राजस्थान सरकार कि प्रथम जीती-जागती प्रतिमा इसी गाँव में बनी हुई हैं, श्री प्रेम सिंह बाजौर ने अपने निजी खर्चे से 30 करोड़ के सहयोग से राजस्थान के 2000 वीर शहीदों कि प्रतिमाए स्थापित करवाने का संकल्प लिया, जिसमें से 600 से ज्यादा प्रतिमाए प्रदेशभर में लगा चुके हैं। इसी कारण वीर शहीद वेलफेयर संस्था राजस्थान के संस्थापक पर्वत सिंह भूंगरा व उनकी टीम ने मिलकर इनकी प्रतिमा स्थापित करवाई।


परिवहन मार्ग:- भूंगरा गाँव जोधपुर जिले से 100 किमी, शेरगढ़ तहसील एवं उपखण्ड मुख्यालय से 12 किमी, सेतरावा गाँव से 20 किमी पचपदरा-फलोदी मेगा हाइवे पर स्थित गाँव हैं। इस गाँव में आने हेतु जोधपुर से शेरगढ़ आना पड़ता हैं, शेरगढ़ से भूंगरा आना पड़ता हैं।

आस-पड़ोस के गाँवों के नाम:- गड़ा, खिरजा, तेना, नाहर सिंह नगर, गजेसिंह नगर, चाबा, सुवालिया, लुम्बानसर, रायसर, सोलंकियातला।




विद्यालय:- गाँव में कई प्राथमिक विद्यालय व एक उच्च माध्यमिक विद्यालय भी मौजूद है।

राजस्व गाँव:- इसी ग्राम से वर्ष 2011 में एक अलग पंचायत बनी थी जिसका नाम गजेसिंह नगर हैं। इसी गाँव में अन्य कहीं राजस्व गाँव भी मौजूद हैं।

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