भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान एमके-३
भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान एमके-३ (GSLV-III) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा विकसित एक भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान है।
भू-स्थैतिक उपग्रह प्रक्षेपण यान-मार्क3 का परीक्षण आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। 630 टन वजनी और 43.43 मीटर लंबे इस अंतरिक्ष यान ने प्रक्षेपण के कुछ ही सेकंडों में अपने को दूसरे लांच पैड से अलग कर लिया और आकाश में उडमन भरी। करीब 155 करोड़ रुपये की लागत वाला यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अंतरिक्ष में यात्रियों को भेजने की योजना का हिस्सा है। यह अपने साथ 3.7 टन वजनी क्रू मॉड्यूल भी लेकर गया है, जिसे क्रू मॉड्यूल एटमॉस्फेरिक री-एंट्री एक्सपेरिमेंट नाम दिया गया है। इसके जरिये अंतरिक्ष से धरती पर लौटने की तकनीक का परीक्षण किया जा रहा है। GSLV-MK3 चंद्रयान-2 को इसकी निर्धारित कक्षा मेंं ले जाने के लिए प्रयोग किया गया था यह भारत का 3 चरणों वाला अब तक का सबसे शक्तिशाली लॉन्चर है जो 4 टन के उपग्रहों को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में प्रक्षेपित करने में सक्षम है
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- इसरो ने अंतरिक्ष में भेजा अब तक का सबसे भारी रॉकेट,मानव मिशन का सबसे बड़ा टेस्ट (पलपल इण्डिया)
- इसरो मे लॉन्च किया जीएसएलवी-मार्क3, अब अंतरिक्ष में जाना होगा आसान (लाइव हिन्दुस्तान)
- कितनी बड़ी उपलब्धि है जीएसएलवी-एमके 3 लॉन्च?
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