भोमट
भोमट (जिसे भूमट भी कहा जाता है) दक्षिणी राजस्थान में एक पहाड़ी और जंगली क्षेत्र है, जो उदयपुर जिले में कोटरा, झाड़ोल और खेरवाड़ा की तहसीलों के सभी या कुछ हिस्सों को कवर करता है।[1] ब्रिटिश शासन के दौरान, इस क्षेत्र को 'मेवाड़ के पहाड़ी इलाकों' के रूप में भी जाना जाता था।[2][3] यह क्षेत्र भील बाहुल्य क्षेत्र है। भोमट क्षेत्र ही मुगलकाल के दौरान मेवाड़ शासकों की शरण स्थल रहा। भोमट में अधिकांश आबादी भील जनजाति की रही है। अंग्रेजों के समय मेवाड़ भील कोर की स्थापना की गई थी, जिसमें भोमट के भील निवासी को भर्ती किया जाता था। मेवाड़ भील कोर 1938 तक सेना का हिस्सा रही और अब राजस्थान पुलिस का हिस्सा है ।[4]
भोमट | |
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भूमट | |
तल ऊँचाई | 800 फीट (244 मी॰) |
लम्बाई | 94 कि॰मी॰ (58 मील) |
चौड़ाई | 56 कि॰मी॰ (35 मील) |
क्षेत्रफल | 1,233 कि॰मी2 (476 वर्ग मील) |
Geology | |
प्रकार | क्वार्टजाइट, फ्लाइट, नीस, शिष्ट, डोलोमाइटिक मार्बल |
भूगोल | |
स्थान | राजस्थान, भारत |
सीमांत | उदयपुर जिले की गिरवा और खेरवाड़ा तहसील (पूर्व), उदयपुर जिले की गोगुंदा तहसील (उत्तर), सिरोही जिला (पश्चिम), गुजरात (दक्षिण) |
निर्देशांक | 24°26′N 73°18′W / 24.433°N 73.300°Wनिर्देशांक: 24°26′N 73°18′W / 24.433°N 73.300°W |
पारगामी | एनएच 76 |
नदियाँ | साबरमती नदी, वाकल नदी, सोम नदी |
- भोमट क्षेत्र में भोमट का भील आंदोलन प्रमुख रहा।[5] मोतीलाल तेजावत द्वारा चलाया गया एकी आंदोलन भील समुदाय की जागरूकता का उदाहरण है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ एल. पी., विद्यार्थी. "भारतीय समाज में धर्म के पहलू". अभिगमन तिथि 20 जनवरी 2017.
- ↑ "मेवाड़ राज्य के प्रशासन पर रिपोर्ट". अभिगमन तिथि 30 मई 2022.
- ↑ पी. डी., बोनर्जी. "भारत की लड़ाई की दौड़ की एक पुस्तिका". अभिगमन तिथि 10 मार्च 2008.
- ↑ "Rajasthan Armed Constabulary" (PDF). अभिगमन तिथि 5 August 2017.
- ↑ "भोमट का भील आन्दोलन (1918)". अभिगमन तिथि 11 जनवरी 2016.