भौतिक प्रकाशिकी

भौतिकी की एक शाखा जिसमें प्रकाश को तरंग मानते हैं।

भौतिकी में भौतिक प्रकाशिकी या तरंग प्रकाशिकी (physical optics या wave optics) प्रकाशिकी की वह शाखा है जो व्यतिकरण, विवर्तन, ध्रुवण तथा अन्य परिघटनाओं का अध्ययन करती है जिनके लिये ज्यामितीय प्रकाशिकी सही परिणाम नहीं देती। तथा यह प्रकाश के तरंग स्वरूप को बताती है।

हाइगेन्स के सिद्धान्त के अनुसार द्वारक पर विवर्तन ; पीले बिन्दु नयी तरंगों के लिए आरम्भ-बिन्दु के रूप में लिए गये हैं।

भौतिक प्रकाशिकी आमतौर पर प्रकाशिकी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और अनुप्रयुक्त भौतिकी में उपयोग किए जाने वाले एक सन्निकटन का नाम भी है। इस संदर्भ में, यह ज्यामितीय प्रकाशिकी के बीच एक मध्यवर्ती विधि है, जो तरंग प्रभावों और पूर्ण तरंग विद्युत चुंबकत्व को नजरअंदाज करती है, जो एक सटीक सिद्धांत है।

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