मंडलेश्वर (Mandleshwar) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के खरगोन ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2]

मंडलेश्वर
Mandleshwar
मंडलेश्वर is located in मध्य प्रदेश
मंडलेश्वर
मंडलेश्वर
मध्य प्रदेश में स्थिति
मंडलेश्वर is located in भारत
मंडलेश्वर
मंडलेश्वर
मंडलेश्वर (भारत)
निर्देशांक: 22°11′N 75°40′E / 22.18°N 75.67°E / 22.18; 75.67निर्देशांक: 22°11′N 75°40′E / 22.18°N 75.67°E / 22.18; 75.67
ज़िलाखरगोन ज़िला
प्रान्तमध्य प्रदेश
देश भारत
संस्थापकमण्डन मिश्र
ऊँचाई153 मी (502 फीट)
जनसंख्या (2001)
 • कुल11,345
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी, निमाड़ी
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)
पिनकोड451221

मंडलेश्वर की स्थापना महान पंडित मण्डन मिश्र ने की थी। यह महेश्वर से ८ किलोमीटर की दूरी पर नर्मदा नदी के उत्तर तट पर स्थित है। शिवराजसिंह चौहान मुख्मंत्री म.प्र. शासन ने इसे हाल ही में पवित्र नगरी घोषित किया है। शैक्षणिक दृष्टी से यह नगर अत्यंत ही विकसित है। यहाँ के घाटो का सौंदर्य अप्रतिम है। कृषि के क्षेत्र में भी मंडलेश्वर अग्रणीय है। यहाँ जिला न्यायालय भी है।

मंडलेश्वर निमाड़ का शैक्षणिक केंद्र बिंदु भी है यहाँ स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय क्षेत्र का प्रमुख डिग्री कॉलेज है, इसके अतिरिक्त सरदार पटेल इंजीनियरिंग कॉलेज,चरक फार्मेसी कॉलेज , आकांक्षा स्कॉलर अकादमी, सरदार पटेल इंटरनेशनल स्कूल,श्री कंवरतारा पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल मंडलेश्वर आदि भी प्रमुख शैक्षणिक संस्थाएं भी शैक्षणिक गतिविधियों को तीव्रता से बढ़ावा दे रही ।

पर्यटन के लिए श्रेष्ठ मंडलेश्वर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है और यह नगर सुंदर घाट और प्राचीन मंदिरों के कारण प्रसिद्ध है। यहाँ इंदौर , धामनोद और बडवाह से आसानी से पहुंचा जा सकता है, यहाँ ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था है। यहा प्रथम बाजीराव पेशवा द्वारा निर्मित काशी विश्वनाथ मंदिर है इसमें शिव पंचायत है एवं साथ ही वासुदेवानंद सरस्वती स्वामी महाराज द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर में ही उनकी कुटी है जहाँ उनके चरण पादुका है यह मंदिर करीब 250 वर्ष पुराना है जो प्रथम बाजीराव पेशवा द्वारा मंदिर के संथापक अनिल जहागिरदार जी के पूर्वजो को दिया गया था तब से ही यह मंदिर की जिम्मेदारी जहागिरदार परिवार की है

इन्हें भी देखें

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