मखदूम अली माहिमी शाफई (1372-1431 ई.) अंतरराष्ट्रीय ख्याति के संत और विद्वान थे। वह तुगलक वंश और गुजरात के सुल्तान अहमद शाह के समय में थे, और सुल्तान की बहन से उनका विवाह हुआ था। उन्हें अपने ग्रंथों, उदार विचारों और मानवतावादी आदर्शों के लिए जाना जाता है। माहिमी का जन्म इराक के अरब यात्रियों के एक परिवार में हुआ था, जो माहिम द्वीप पर बस गए थे, जिसे नवायथ के नाम से जाना जाता था।[1]

माहिम में माहिमी की दरगाह

उनके प्रारंभिक बचपन के बारे में ज्यादा मालुमात नहीं है। बाद में वह मीर सैय्यद अली हमदानी शाफई के शिष्यों का अनुयायी बन गए और कुब्राविया सिल्सिला अपना लिया। [2]

उर्स उत्सव

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  1. Sadia Dehlvi (5 September 2012). Sufism: Heart of Islam. HarperCollins Publishers. पपृ॰ 211–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5029-448-2.
  2. Great Sufis of South, page:44 print: Malabar, 1980