मद्रास महाजन सभा मद्रास प्रेसीडेंसी में स्थित एक भारतीय राष्ट्रवादी संगठन था जिसका गठन 1884 में हुआ था। [1] [2] [3] [4]पूना सार्वजनिक सभा, बॉम्बे प्रेसीडेंसी एसोसिएशन और इंडियन एसोसिएशन के साथ मद्रास महाजन सभा को भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पूर्ववर्ती माना जाता है।

भारतीयों के अधिकारों के लिए आंदोलन करने वाला मद्रास प्रेसीडेंसी का पहला संगठन मद्रास नेटिव एसोसिएशन (Madras Native Association) था जिसकी स्थापना 1852 में हुई थी। यह संगठन अधिक समय तक नहीं चल सका और अंततः इसे भंग कर दिया गया।

मई 1884 में एम. वीरराघवाचार्य, जी. सुब्रमण्यम अय्यर और पी. आनंदचार्लु ने मद्रास महाजन सभा की स्थापना की। प्रारंभ में सभा का कार्यालय द हिन्दू, एलिस रोड जंक्शन, माउंट रोड के कार्यालय में कार्य करता था। 1885 में पी. रंगैया नायडू सभा के अध्यक्ष चुने गए। सितम्बर 1885 में सभा ने बॉम्बे प्रेसीडेंसी एसोसिएशन और इंडियन एसोसिएशन के सहयोग से एक प्रतिनिधिमंडल इंग्लैंड भेजा।

महाजन सभा ने १९८५ में सौ वर्ष पूरे होने पर समारोह आयोजित किया। सन 2010 में मद्रास महाजन सभा ने अपनी 125वीं वर्षगाँठ मनाई।

सभा ने स्वदेशी और खादी का प्रचार किया। १९४२ के भारत छोड़ो आन्दोलन में महाजन सभा के अनेक सदस्यों ने भाग लिया और जेल गये।

सन १९९६ तक मद्रास महाजन सभा ने श्री कामराजर के नाम से एक नर्सरी स्कूल चलाया जिसमें अत्यन्त गरीब लोगों के बच्चे पढ़ाये जाते थे, जैसे रिक्शा चलाने वालों के बच्चे, मानव मल ढोने वालों के बच्चे और श्रमिकों के बच्चे।

३१ जनवरी १९६९ को महाजन सभा की कार्यकारिणी के सदस्यों ने खान अब्दुल गफ्फार खान से राजभवन में मुलाकात की।

सन १९९० तक महाजन सभा के भवन में शाम को हिन्दी का निःशुल्क शिक्षण किया जाता था। यह भवन अन्ना सलाई में एल आई सी भवन के पीछे स्थित है। इस सेवा से बहुत से लोग लाभान्वित हुए।

  1. Bhashyam, K. (1936). The Madras Mahajana Sabha: The Golden Jubilee 8th October 1936. The Sabha. अभिगमन तिथि 22 Mar 2023.
  2. Mahajan Sabha (Madras, India) (1886). The Madras Mahajana Sabha: Annual Report for 1885-86. Printed at the National Press, 100, Mount Road. अभिगमन तिथि 22 Mar 2023.
  3. Madras Mahajana Sabha (Madras) (1886). Proceedings of the Second Conference of Native Gentlemen: Held ... Under the Auspices of the Madras Mahajana Sabha, in December 1885. National Press. अभिगमन तिथि 22 Mar 2023.
  4. Suntharalingam, R. (1974). Politics and Nationalist Awakening in South India, 1852-1891. Association for Asian Studies. Association for Asian Studies. पृ॰ 209. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-8165-0447-3. अभिगमन तिथि 22 Mar 2023.