मध्यम दूरी परमाणु शक्ति संधि

मध्यम दूरी परमाणु शक्ति संधि; Intermediate Range Nuclear ForcesTreaty: संयुक्त राज्य अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ ने मध्यम दूरी के परमाणु प्रक्षेपास्त्रों को समाप्त करने के लिये 8 दिसंबर, 1987 को मध्यम दूरी परमाणु शक्ति संधि पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता हथियार नियंत्रण पर छह वर्षों तक चली वार्ताओं का परिणाम था। 1989 की घटनाओं जिनमें वारसा संधि की समाप्ति और सोवियत रूस का विघटन भी सम्मिलित हैं के बाद आईआरएनएफ का सामरिक महत्व नगण्य हो गया है। वारसा संधि की समाप्ति के कारण मध्य यूरोप से सेनाओं का एकपक्षीय पलायन हो गया। अतः समुद्री प्रक्षेपास्त्रों तथा पेरोलिंग (Peroling) प्रक्षेपास्त्रों के फैलाव का कोई औचित्य नहीं रह गया। आईआरएनएफ का लक्ष्य इन्हीं प्रक्षेपास्त्रों पर नियंत्रण रखना था। फिर भी गोर्बाचेव काल के तनाव शैथिल्य (detente) में एक संकेतक तथा ऑन- साइट (on-site) निरीक्षण प्रणाली के सुझाव की दिशा में इस संधि का कुछ महत्व है।

मध्यम दूरी परमाणु शक्ति संधि
Intermediate-Range Nuclear Forces Treaty
संयुक्त राज्य अमेरिका और उनके मध्यवर्ती-रेंज और लघु-सीमा मिसाइलों के उन्मूलन पर सोवियत समाजवादी गणराज्यों के बीच संधि

गोर्बाचेव और रोनाल्ड रीगन आईएनएफ संधि पर हस्ताक्षर करते हुए.
संधि का प्रकार परमाणु निरस्त्रीकरण
हस्ताक्षरित
- स्थान
8 दिसम्बर 1987, 1:45 p.m.[1]
व्हाइट हाउस, वाशिंगटन, डी.सी.
प्रभावी
- शर्तें
1 जून 1988
सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा अनुमोदन
समाप्ति असीमित अवधि[2]
हस्ताक्षरी  सोवियत संघ
 संयुक्त राज्य अमेरिका
भाषाएं अंग्रेजी और रुसी
  1. Garthoff, Raymond L. (1994). अमेरिकी-सोवियत संबंध और शीत युद्ध का अंत. वाशिंग्टन, डी.सी.: ब्रुकिंग इंस्टीट्यूशन. पृ॰ 326. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-8157-3060-8. The reason for this precision of timing...was a mystery to almost everyone in both governments....Only much later did it become known that the time had been selected as propitious by Nancy Reagan's astrologer
  2. "संयुक्त राज्य अमेरिका और उनके मध्यवर्ती-रेंज और लघु-सीमा मिसाइलों के उन्मूलन पर सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ के बीच संधि". Nuclear Threat Initiative. 22 जून 2016. मूल से 21 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 अगस्त 2016.