मनीष चंद्र प्रभाकर

एक भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य चिकित्सक, लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर, और उद्यमी हैं। वे विशेष रूप से सामुदायिक चिकित्सा, निवारक स्वास्थ्य, और स्वास्थ्य सेवा में अनुसंधान के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं। मनीष चंद्र प्रभाकर ने चिकित्सा और स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं और उनके लेखन कार्यों में विभिन्न स्वास्थ्य विषयों पर शोध पत्र, ब्लॉग, और पुस्तकें शामिल हैं। वे वर्तमान में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में सामुदायिक चिकित्सा और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ विभाग में वरिष्ठ रेजिडेंट के रूप में कार्यरत हैं।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

संपादित करें

मनीष चंद्र प्रभाकर का जन्म और पालन-पोषण भारत में हुआ। उन्होंने महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, सेवाग्राम से अपनी एमबीबीएस (2007-2012) और सामुदायिक चिकित्सा में एमडी (2016-2019) की डिग्री प्राप्त की। वे वर्तमान में जेम्स लिंड इंस्टीट्यूट, स्विट्जरलैंड से निवारक ऑन्कोलॉजी में एमपीएच और रशफोर्ड बिजनेस स्कूल, स्विट्जरलैंड से हेल्थकेयर लीडरशिप में एमबीए कर रहे हैं।

मनीष चंद्र प्रभाकर ने अपने करियर की शुरुआत सामुदायिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा के क्षेत्र में की। उन्होंने रामकृष्ण सेवाश्रम अस्पताल, वृंदावन में निवारक ऑन्कोलॉजी के सलाहकार के रूप में भी सेवा दी, जहाँ उन्होंने कैंसर की स्क्रीनिंग और प्रारंभिक निदान के कार्यक्रमों का नेतृत्व किया।

उन्होंने मार्च 2020 से जुलाई 2021 तक डॉ. आरएमएल अस्पताल और एबीवीआईएमएस, नई दिल्ली में वरिष्ठ रेजिडेंट के रूप में COVID-19 महामारी के दौरान विशेष रूप से स्क्रीनिंग और परीक्षण केंद्र के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद वे पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के सामुदायिक चिकित्सा विभाग में वरिष्ठ रेजिडेंट के रूप में शामिल हुए, जहाँ वे ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों की निगरानी, अनुसंधान परियोजनाओं और बीमारी प्रकोपों की जांच में शामिल रहे।

योगदान और शोध

संपादित करें

मनीष चंद्र प्रभाकर ने स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में सुधार लाने और निवारक चिकित्सा की भूमिका को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके शोध का ध्यान निवारक स्वास्थ्य देखभाल, सामुदायिक चिकित्सा, और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवीनतम प्रथाओं और नीतियों पर केंद्रित है। उन्होंने कई शोध पत्र और लेख प्रकाशित किए हैं, जो सामुदायिक स्वास्थ्य की बेहतर समझ को बढ़ावा देते हैं।

लेखन कार्य

संपादित करें

मनीष चंद्र प्रभाकर कई पुस्तकों और ब्लॉगों के लेखक हैं, जिनमें चिकित्सा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, और स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन पर आधारित विषय शामिल हैं। वे वर्तमान में 'चाणक्य की बुद्धिमत्ता आधुनिक चिकित्सा में' नामक पुस्तक लिख रहे हैं, जो प्राचीन भारतीय ज्ञान को चिकित्सा क्षेत्र में लागू करने के तरीकों पर आधारित है। इसके अतिरिक्त, वे हैरिसन की "प्रिंसिपल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन" के हिंदी अनुवाद पर भी कार्य कर रहे हैं, जिससे चिकित्सा छात्रों और पेशेवरों को इस प्रमुख संदर्भ पुस्तक की सामग्री तक बेहतर पहुँच मिल सके।

नेतृत्व और सक्षमता

संपादित करें

मनीष चंद्र प्रभाकर एक कुशल चिकित्सक हैं, जो रोगी-केन्द्रित देखभाल और निवारक चिकित्सा में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं। वे निरंतर सीखने और नवाचार में विश्वास करते हैं और अपने अनुभव और ज्ञान को छात्रों और सहकर्मियों के साथ साझा करने में सक्रिय रहते हैं। उन्होंने कई स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रमों का नेतृत्व किया है और न केवल स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में सुधार किया है, बल्कि नई पीढ़ी के स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में भी काम किया है।

सम्मान और उपलब्धियाँ

संपादित करें

मनीष चंद्र प्रभाकर ने चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए कई पुरस्कार और मान्यताएँ प्राप्त की हैं। उनकी शिक्षण और अनुसंधान क्षमताओं को भी व्यापक रूप से सराहा गया है, और वे लगातार अपने क्षेत्र में नए विचारों और नीतियों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

व्यक्तिगत जीवन

संपादित करें

मनीष चंद्र प्रभाकर सार्वजनिक स्वास्थ्य और चिकित्सा के अलावा मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक के रूप में भी सक्रिय हैं। वे विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रमों और कार्यशालाओं में प्रेरक वक्तव्य देते हैं और अपने अनुभवों को साझा करते हैं, ताकि लोग स्वास्थ्य और जीवनशैली के बारे में जागरूक हो सकें।