मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास
मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास एक ऐसा उपन्यास होता है जो व्यक्तिगत अनुभवों, भावनाओं और मनोवृत्तियों के अध्ययन पर आधारित होता है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत विकास, मानसिक समस्याओं का अध्ययन, संघर्ष और संघर्षों के समाधान के साथ एक अंतर्व्यक्तिगत समस्या के निवारण तक पहुंचना होता है।
इस तरह के उपन्यास में, लेखक अपने पात्रों के विचारों, भावनाओं और मानसिक स्थितियों के अंतर्निहित विवरण को विस्तार से बताते हैं जो पाठकों को उनके स्थान पर रखते हुए उनके अंतर्निहित जीवन का एक स्पष्ट चित्र पेश करता है। इस तरह के उपन्यास के माध्यम से व्यक्तिगत समस्याओं के साथ लड़ने और उन्हें उनके मूल निवास से निकालने के तरीकों पर विचार करने की प्रेरणा मिलती है।
इस तरह के उपन्यासों में, लेखक अपने पात्रों के मन की गहराइयों को समझने के लिए प्रयास करता है और उनके विचारों और भावनाओं को समझने की कोशिश करता है।