मयंक छाया

अमेरिकी पत्रकार

मयंक छाया एक जाने-माने पत्रकार और लेखक हैं जो अमेरिका के शिकागो शहर में रहते हैं।[1] भारतीय उपमहाद्वीप और अमेरिका में व्यापक रिपोर्टिंग से जुड़ा उनका पत्रकारिता से जुड़ा जीवन बेहद विविधतापूर्ण है। दक्षिण एशियाई और चीन-तिब्बत के संबंधों पर उनका लेखन काफी महत्वपूर्ण रहा है। सन 1998 से वह अमेरिका के बारे में काफी लिखते रहे हैं जो अपने अंतरराष्ट्रीय महत्व को लेकर काफी चर्चा में रहता है। डॉट कॉम बूम के दिनों में उन्होंने एक बेहद महत्वाकांक्षी परियोजना आरंभ की थी। लिटरेट वर्ल्ड नाम से सन २००१ में स्थापित उनकी यह इंटरनेट, प्रकाशन और सिनेमा से जुड़ी कंपनी बहुभाषी साहित्यिक-सांस्कृतिक पोर्टल के रूप में आरंभ की गई थी। आरंभ में हिन्दी, अंग्रेजी और स्पैनिश भाषा की साइटें शुरू की गई थीं।

मयंक छाया

उन्होंने दो बेहद महत्वपूर्ण जीवनी लिखी है। तकनीकी गुरू सैम पित्रोदा की जीवनी उन्होंने १९९२ में लिखी। दलाई लामा - मैन मोंक मिस्टिक नाम से २००७ में प्रकाशित दलाई लामा की जीवनी पहली अधिकृत जीवनी है।[2] यह २३ भाषाओं में अनूदित की जा चुकी है। इसके अलावे वह अहमदाबाद शहर पर एक पुस्तक लिख चुके हैं। नैनो तकनीक पर भी उनकी एक किताब आ चुकी है। इसके अलावे तीन उपन्यास वे लिख चुके हैं।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "The symbolism of place" (अंग्रेज़ी में). द गार्डियन. मूल से 23 जनवरी 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३० मई २०१५.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 मई 2015.

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