मरिअम्मन एक हिन्दुओं द्वारा पूजित वर्षा की देवी हैं। इन्हें 'मारी', या 'मरिआई' या केवल 'अम्मन' या 'आता' (माँ) भी कहते हैं। दक्षिण भारत में पूजित वे प्रमुख देवी हैं। तमिलनाडु और कर्नाटक के ग्रामीण अंचलों में इनकी विशेष रूप से पूजा की जाती है। ये पार्वती और दुर्गा से सम्बन्धित देवी हैं। उत्तर भारत में इनकी तरह की देवी 'शीतला माता' हैं। महाराष्ट्र मे सातारा जिल्हे मे आर्वी गाव मे मरीआई देविका मंदिर है बहुत ही प्राचीन तथा स्वयंभू मूर्ती हैं। जब करवीर निवासिनी माता अंबाबाईने कर राक्षस का वध किया था| तब उनके साथ माता मरी आई दि थे युद्ध संग्राम समाप्त हो गया तब मरीआई माता जा रही थी तब माता अंबाबाईने उनको नम्रतापूर्वक पृथ्वी लोक मे ठहरने का आग्रह किया| आई माता बोली की मै मेरी भक्त को जल्दी ही मिल रही हू जो पत्थर का काम करते हुए मेरी भक्ती करता है| सातारा जिल्हे मे आर्वी गाव मे बेलदारवाडा है |वाह के सरदार को अम्मा ने प्रकट होते हुए आशीर्वाद दिया और स्थिर हो गई| मरीआई माता को बेलदार समाज की माता बोलते है| आर्वी गाव मे बहुत ही पावन शांत प्रेमयुक्त भयमुक्त चतुर्भुज स्वरूप में माता की मूर्ती है|जिसको देख के माता अंबाबाई और माता भवानी की याद आती है

मरिअम्मन
वर्षा

देवी मरिअम्मन
निवासस्थान सज्जनों के हृदय में (अतिपराशक्ति)
अस्त्र त्रिशूल
सवारी सिंह


एनर्जी के साथ