महाजनी लिपि
महाजनी लिपि भारत के उत्तरी हिस्सों में लिखी जाती थी। अधिकतर व्यापारी इसे मारवाड़ी, हिंदी, एवं पंजाबी लिखने के लिये काम में लेते थे। [1] इस लिपि का आधार ब्राह्मी लिपि है।
इतिहास
संपादित करेंमहाजनी लिपि अधिकतर मारवाड़ी व्यापारी काम में लिया करते थे। व्यापारी पाठशालाओं में इसे सिखाया जाता था।
- ↑ पान्डे, अंशुमन (२०११-०७-१२). "एन४१२६: महाजनी लिपि को आइएसओ/आइईसी १०६४६ में शामिल करने का प्रस्ताव" (PDF). Working Group Document, ISO/IEC JTC1/SC2/WG2. मूल से 14 जून 2019 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 21 जून 2018.