महामुद्रा (तिब्बती: Chagchen, Wylie: phyag chen, contraction of Chagya Chenpo, Wylie: phyag rgya chen po) पश्चातवर्ती भारतीय तथा तिब्बती बौद्ध परम्परा का एक अति महत्वपूर्ण शब्द है ।

महामुद्रा करने का समय संपादित करें

महामुद्रा को प्रातः स्नान के बाद खाली पेट करना चाहिए। प्रारंभ में दोनों पैरों से इसे 3-3 बार करना चाहिए फिर लोग अपनी क्षमता के अनुसार प्राणायाम की संख्या को बढ़ाते रह सकते हैं।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 नवंबर 2018.