इस रियासत की स्थापना ऊतर प्रदेश के गाजीपुर जिले के निवासी श्री जनार्दन राय उपाध्याय ने सन् 1557 ईस्वी में किया था। यह राजपरिवार भूमिहार ब्राह्मण जाति से संबंधित है। जनार्दन राय के परिवार के सदस्य जौनपुर में स्थित मुगल सैनिक चौकी पर सैनिक के रूप में सेवा दे रहे थे। मुगल बादशाह अकबर ने इनकी वफादारी से प्रभावित होकर इन्हें बंगाल में जागीरदार बनाने का आदेश दिया था। यह इलाका सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" जी का जन्म स्थान है। इसी स्थान पर हिंदी के प्रसिद्ध कवि तथा छायावाद के प्रमुख कवि का जन्म हुआ था।