माटी की मूरतें
माटी की मूरतें १९४६ में प्रकाशित रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित रेखाचित्र-संकलन है, जिसमें बारह रेखाचित्रों का संकलन किया गया है।
अध्याय
संपादित करेंइसमें 'ये माटी की मूरतें'[1] नामक भूमिका के अतिरिक्त १२ रेखाचित्र हैं-
- रजिया
- बलदेव सिंह
- सरजू भैया
- मंगर
- रूपा की आजी
- देव
- बालगोबिन भगत
- भौजी
- परमेसर
- बैजू मामा
- सुभान खाँ
- बुधिया
- सचिन खेडेकर
इन्हें भी
संपादित करें- अतीत के ......
संदर्भ
संपादित करें- ↑ श्रीरामवृक्ष, बेनीपुरी (2010). माटी की मूरतें. दिल्ली: ज्ञान गंगा. पृ॰ 7. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-80183-26-8.