मादक पदार्थ एवम अपराध

मादक पदार्थ एवम अपराध का मतलब है वह नारकोटिक पदार्थ जो की किसी भी अपराध को अंजाम देने में सहायक होते हैं। यह पदार्थ किसी भी हिंसक या अहिंसक अपराध को बदावा डे सकते हैं। इनमे आने वाले अपराध अक्सर लोगो को हानि ही पहुंचाते हैं। मादक पदार्थ लेने से व्यक्ति हिंसक परवर्ती का हो जाता है और वह मानवीय मूल्यों को भूल कर कोई न कोई हिंसक कार्य कर बैठता है। सटीमुलेंट पदार्थ जैसे की कोकीन और एम्फ़ैटेमिन शारीरिक क्रियाशीलता को बढ़ाते है जिससे व्यक्ति हिंसक हो जाता है और अपना मानसिक संतुलन खोकर हिंसा को बदावा देता है। इन मादक पदार्थो के कारण अपराध की प्रवर्ती, आसा-पास का वातावरण, उसका व्यक्तित्व, स्वाभाव सब बदल जाता है और यह सब मादक पदार्थ लेने के कारण होता है। यह आदतें पदार्थ लेने की मात्र पर भी निर्भर करती है और इनका सेवन करने से व्यक्ति अपराध की और कदम बढाता है। [1] [2]

  1. Marc B, Baudry F, Vaquero P, Zerrouki L, Hassnaoui S, Douceron H (April 2000).
  2. "Sexual assault under benzodiazepine submission in a Paris suburb". Archives of Gynecology and Obstetrics. 263 (4): 193–7.