मानबी बांदोपाध्याय
मानबी बांदोपाध्याय प्रोफेसर और भारत की पहली ट्रांसजेन्डर हैं जिन्होंने डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) पूरा किया है।[1] बांदोपाध्याय विवेकानंद सतोबारशिकी महाविद्यालय में बंगाली भाषा की एसोसिएट प्रोफेसर थी और उन्होंने 7 जून 2015 को कृष्णगर महिला कॉलेज के प्राचार्य के रूप में पदभार संभाला था।[2] वह भारत की पहली खुलेतोर पर ट्रांसजेन्डर कॉलेज के प्रिंसिपल हैं,[3] मनाबी सरदादेवी के भक्त हैं और उन्हें आत्मिक जीवन में आत्मसमर्धन स्वामी आध्यात्मिक द्वारा शुरू किया गया था।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "From Somnath to Manabi". The Indian EXPRESS. मूल से 25 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 जुलाई 2017.
- ↑ "India gets its first transgender college principal". indiatimes.com. मूल से 27 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 जुलाई 2017.
- ↑ [http://news.webindia123.com/news/Articles/India/20150609/2613362 और नाडिया जिले के कृष्णगर महिला कॉलेज में 2015 में काम करना शुरू किया। मानबी होने से पहले उसका नाम सोमनाथ बांदपति था।][मृत कड़ियाँ]