मार्कण्डेय प्रवासी मैथिली भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक महाकाव्य अगस्त्यायिनी के लिये उन्हें सन् 1981 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

मार्कण्डेय प्रवासी
पेशासाहित्यकार
भाषामैथिली भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
विषयमहाकाव्य
उल्लेखनीय कामsअगस्त्यायिनी
  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.