राजनीति विज्ञान में, मार्क्सवाद-लेनिनवाद सोवियत संघ की राज्य-विचारधारा थी। बोलशेवीकरण के बाद कम्युनिस्ट इंटरनेशनल से जुड़े दलों की भी यह विचारधारा थी। वर्तमान समय में स्टैलिनवादी एवं माओवादी राजनैतिक दलों की विचारधारा भी मार्क्सवाद-लेनिनवाद ही है। मार्क्सवाद-लेनिनवाद का उद्देश्य क्रान्ति के माध्यम से किसी पूँजीवादी राज्य का एक समाजवादी राज्य के परिवर्तन करना है। यह परिवर्तन (कथित रूप से) दो चरणों में होता है।