मार्बरी बनाम मैडिसन, 5 यू.एस. (1 क्रैंच) 137 (1803) या Marbury v. Madison, 5 U.S. (1 Cranch) 137, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का एक ऐतिहासिक निर्णय था जिसने न्यायिक समीक्षा (judicial review) के सिद्धांत को स्थापित किया। यहाँ न्यायिक समीक्षा का अर्थ है कि अमेरिकी अदालतों के पास हर उस क़ानून को रद्द करने की शक्ति है, जो उन्हें संयुक्त राज्य के संविधान का उल्लंघन करने वाला लगता है। यह निर्णय, जो कि 1803 में लिया गया, अमेरिकी संवैधानिक कानून में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय माना जाता है। [1] [2] इसने स्थापित किया कि अमेरिकी संविधान एक वास्तविक कानून है, न कि केवल राजनीतिक सिद्धांतों और आदर्शों का विवरण। इसने अमेरिका की संघीय सरकार की संवैधानिक रूप से अलग कार्यकारी और न्यायिक शाखाओं के बीच सीमा को परिभाषित करने में भी मदद की।

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