मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर
मालवीय राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, जयपुर, राजस्थान की स्थापना १९६३ में की गई थी और २६ जून २००२ को इसे मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया।
मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर Malaviya National Institute of Technology Jaipur | |
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मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर | |
Mnit logo.png | |
आदर्श वाक्य: | योगः कर्मसु कौशलम् |
स्थापित | 1963 |
प्रकार: | सार्वजनिक इंजीनियरी महाविद्यालय |
निदेशक: | Professor N. P. Padhy |
शिक्षक: | 700 |
कर्मचारी संख्या: | 500 |
स्नातक: | 3,372 |
स्नातकोत्तर: | 500 |
डॉक्ट्रेट: | 500 |
अवस्थिति: | जयपुर, राजस्थान, भारत
(26°51′44″N 75°48′56″E / 26.862228°N 75.815642°Eनिर्देशांक: 26°51′44″N 75°48′56″E / 26.862228°N 75.815642°E) |
परिसर: | Urban, 329 एकड़ (1.33 कि॰मी2) |
Acronym: | MNIT |
मुख्य : | Red and White |
सम्बन्धन: | मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार |
जालपृष्ठ: | http://www.mnit.ac.in |
यह संस्थान नौ अवर स्नातक पाठयक्रम तथा १० पूर्णकालिक एवं पांच अंशकालिक स्नातकोत्तर पाठयक्रमों का संचालन करता है। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिकी तथा संचार इंजीनियरी, सूचना प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी तथा धातुकर्मीय इंजीनियरी में चार वर्षीय अवर स्नातक पाठयक्रमों और एक पांच वर्षीय बी. आर्क. पाठयक्रम का संचालन करता है। यह संस्थान १० विषयों में तीन सेमेस्टर पूर्णकालिक और पांच सेमेस्टर अंशकालिक (स्व-वित्तपोषित) स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रमों का संचालन करता है। यह संस्थान इलैक्ट्रानिकी एवं कम्प्यूटर इंजीनियरी में जनशक्ति विकास हेतु विश्व बैंक, स्विस विकास कॉर्पोरेशन तथा भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित इम्पैक्ट नामक परियोजना को लागू कर रहा है।[1]
सन्दर्भ
संपादित करेंइतिहास
संपादित करेंयह संस्थान १९६३ में मालवीय रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम से स्थापित हुआ था|इस संस्थान का नाम मदन मोहन मालवीय के नाम पे रखा गया था|