माला शब्द संशोधक एक प्रकार का शब्द संशोधक है, जिसका निर्माण 25 दिसम्बर 2013 को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के निर्माण दल द्वारा किया गया था। इसका नाम माखनलाल जी के नाम पर ही रखा गया है। यह निःशुल्क और मुक्त स्रोत के साथ उपलब्ध है। इसका निर्माण कंप्यूटरों में परिशुद्ध हिंदी लिखने हेतु किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन पं.मदनमोहन मालवीय की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि के अवसर पर किया गया था।[1][2]

माला शब्द संशोधक
रचनाकार अनुराग सीठा
रवि रतलामी
महेश परिमल
मनीष माहेश्वरी
डेवलपर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
पहला संस्करण 25 दिसम्बर 2013; 10 वर्ष पूर्व (2013-12-25)
आखिरी संस्करण

9.0.21022.8

/ 28 दिसम्बर 2013; 10 वर्ष पूर्व (2013-12-28)
आकार 3.12 एमबी
भाषा हिन्दी
स्थिति सक्रिय
लाइसेंस जीपीएल वी3
वेबसाइट www.mcu.ac.in

इस अनुप्रयोग के निर्माण दल में अनुराग सीठा, रवि रतलामी, महेश परिमल एवं मनीष माहेश्वरी आदि शामिल थे।

"हिंदी कठिन किंतु वैज्ञानिक भाषा है। ऐसा माना जाता है कि विकसित एवं अविकसित भाषाओं में मुख्य अंतर यह होता है कि विकसित भाषा में कम अक्षर होते हैं। हिंदी में अधिक अक्षर होने के बावजूद भी इसका वर्तनी शोधक तैयार कर लेना एक बड़ी उपलब्धि है।"

—उदय वर्मा, पूर्व सचिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय[2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रथम ओपन सोर्स स्पेल चैक सॉफ्टवेयर 'माला शब्द संशोधक' (माखनलाल चतुर्वेदी हिंदी शब्द शोधक) का लोकार्पण". mcu.ac.in. माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय. मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 अगस्त 2015.
  2. "भाषा के विकास में तकनीकी संसाधनों की अहम भूमिका". दैनिक भास्कर. 25 दिसम्बर 2013. मूल से 23 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 अगस्त 2015.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें