माहिरुल क़ादरी
माहिरुल कादरी (उर्दू ماہر القادری) जिनका असली नाम मंज़ूर हुसैन था, एक लेखक, कवि और उपन्यासकार थे। उनका जन्म 30 जुलाई 1906 को उत्तर प्रदेश भारत के बुलंदशहर जिले के गाँव केसर कलां तहसील पीलीभीत में हुआ था।। [1] [2] उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से तालीम हासिल की। 1947 में वह कराची पाकिस्तान चले गए। उन्होंने सूफीवाद के कादिरिया आदेश के साथ अपने आध्यात्मिक संबंध के कारण कादरी के साथ अपने काव्य कलम-नाम माहिर को अपनाया। यह महान कवी जद्दा के एक मुशायरा में अपना कलाम सुनाते हए इस संसार से 12 मई, 1978 को रुखसत होगये।[3] [4] [5][6]
- ↑ "Mahir-ul-Qadri â€" a movement unto himself". DAWN.COM. May 10, 2010.
- ↑ "Mahirul Qadri: One man army against progressive left". April 18, 2018. मूल से 12 मई 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 मई 2021.
- ↑ https://thecompanion.in/mahirul-qadri-a-poet-and-a-movement-unto-himself/#:~:text=Mahirul%20Qadri%20whose%20real%20name,Bulandshahar%20district%20of%20Uttar%20Pradesh.&text=Mahirul%20Qadri%20was%20the%20ace,against%20the%20progressive%20writers%20movement.
- ↑ "Mahir Ul Qadri Poetry - Urdu Shayari, Ghazals, Nazams & Poems". UrduPoint.
- ↑ "Mahirul Qadri Poetry - Best Mahirul Qadri Shayari, Sad Ghazals, Love Nazams, Romantic Poetry". Darsaal.
- ↑ "Mahirul Qadri - Profile & Biography". Rekhta (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-04-26.