मिथाइल आइसोसाइनेट एक कार्बनिक यौगिक है। मिथाईल आइसोसाइनेट यौगिक फोसजीन (COCL२) एवं मिथायेल ऐमीन विलियन के संयोग से बनता है। इसका प्रयोग कार्बोनेट कीटनाशियों के उत्पादन के लिए किया जाता है।[1]

मनुष्य पर प्रभाव संपादित करें

हवा में इसकी ज्यादा मात्रा होने पर यह मनुष्यों पर बुरा प्रभाव डाल सकती है जैसे आँखों में जलन होना, यहाँ तक कि ये गैस मनुष्य के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। यह गैस फेफड़ों से पूरी ऑक्सीजन निकाल देती है।

सन्दर्भ संपादित करें