विभिन्न औजारों का प्रयोग करके किसी मशीनरी का निर्माण या मरम्मत करने वाले व्यक्ति को मिस्त्री या मेकैनिक कहते हैं। भारत में इसका अर्थ एक जाति सूचक शब्द भी होता है।

अन्तर्दहन इंजन की मरम्मत करते हुए मेकैनिक (१९५२)
लेकिन विद्युतमिस्त्री ([लेक्ट्रिसियन) का तेल और ग्रीज से कोई काम नहीं

'मिस्त्री' शब्द, भारत में मास्टर-शिल्पकार, भारत के अधिकर्मी या पर्यवेक्षको के लिए है।[1][2]

'मिस्त्री' शब्द को पुर्तगाली शब्द 'मेस्त्रे' से लिया गया है जिसका अर्थ गुजराती भाषा में मास्टर या शिक्षक' होता है।[3]

गुजरात के दीव में सन् 1500 से ही पुर्तगाली मौजूद थे। कादिया और कादिया क्षत्रियों ने दीव में किले के निर्माण पर काम किया और किले के निर्माण में उनके कौशल के कारण पुर्तगालियों ने उन्हें मेस्त्रे ' कहा।[4][5]

सुथार और कुमावत समुदाय के लिए 'मिस्त्री' का अर्थ ठेकेदार होता है। [6][2] (मुख्य रूप से कच्छ के मिस्त्रियों के लिए - जिनमें से अधिकांश ब्रिटिश भारत के दौरान रेलवे, पीडब्ल्यूडी और वन ठेकेदार के रूप में काम करते थे)। ठेकेदार के रूप में काम करने वाले कई पारसी परिवारों ने भी व्यावसायिक नाम 'मिस्त्री' को उपनाम के रूप में अपना लिया। ऐसे ही एक मशहूर पारसी बिजनेसमैन हैं पालोनजी मिस्त्री

गुजरात में 'मिस्त्री' शब्द की पहचान आज उन लोगों से की जाती है, जो भवन निर्माण में विशेषज्ञ होते हैं।[2]

व्यवसायिक अर्थ

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मिस्त्री को "पर्यवेक्षक" और अन्य शब्दों से बदल दिया गया है, उदाहरण के लिए भारतीय रेलवे द्वारा, जिसने 2005 में इसे पर्यवेक्षक से बदल दिया था [7]

  1. "Indian journal of psychology". 31–32. Indian Psychological Association. 1956: 89. अभिगमन तिथि 18 January 2011. Cite journal requires |journal= (मदद)
  2. Baitade, G. b (1916). Amchi Jata.
  3. "Collins Portuguese Dictionary 2nd edition". Collins. 2001. अभिगमन तिथि 18 January 2011.
  4. Kadia Kshatriya Ithihas : 1896
  5. Kadia Kshatriya Abhudaya : Kutch
  6. [1] American anthropology, 1971-1995: papers from the American anthropologist edited by Regna Darnell page 768
  7. "Sub: Filling up of promotion quota vacancies in the category of JE Gr.II scale Rs.5000-8000 consequent upon the implementation implementation of V Pay Commission scales of pay". GOVERNMENT OF INDIA/BHARAT SARKAR MINISTRY OF RAILWAYS/RAIL MANTRALAYA (RAILWAY BOARD). 22 February 2005. अभिगमन तिथि 18 January 2011. The avenue for promotion of Mistries (Redesignated as Supervisors)