मीरा कोसाम्बी (24 अप्रैल 1939 – 26 फरवरी, 2015) एक प्रमुख भारतीय समाजशास्त्री थी। वह  प्रमुख इतिहासकार और गणितज्ञ, डी. डी. कोसाम्बी, की सबसे छोटी बेटी और एक बौद्ध विद्वान और एक पाली भाषा विशेषज्ञ आचार्य धर्मनंदा दामोदर कोसाम्बी की पोती थी। उस ने स्टॉकहोम विश्वविद्यालय समाजशास्त्र में पीएच. डी. प्राप्त की और भारत में शहरी समाजशास्त्र और महिलाओं के अध्ययन पर कई किताबें और लेख लिखे हैं। उसने  SNDT महिला विश्वविद्यालय, मुंबई में महिलाओं के अध्ययन के लिए अनुसंधान केंद्र में लगभग एक दशक के निदेशक के रूप में सेवा की। उसका बहुत प्रशंसित काम 19 वीं सदी की भारतीय नारीवादी पंडिता रमाबाई पर है जिनके लेखन को उसने मराठी से संकलित, संपादित और अनुवादित किया। [1]

मीरा कोसाम्बी
जन्म 24 अप्रैल 1939
मौत 26 फ़रवरी 2015(2015-02-26) (उम्र 75)
पुणे, महाराष्ट्र
पेशा समाजशास्त्री
माता-पिता दामोदर धर्मानन्द कोसम्बी (पिता)
संबंधी धर्मनंदा कोसाम्बी (दादा)
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}

कोसाम्बी का निधन पुणे में एक संक्षिप्त बीमारी के बाद 75 साल की आयु में  26 फरवरी 2015  को हुआ।  [2]

रचनाएँ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "The Modernist's Gaze". Chennai, India: The Hindu. 2 May 2004. मूल से 5 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 मार्च 2017.
  2. "Noted sociologist Meera Kosambi passes away". Pune, India: The Hindu. 27 February 2015.