मीरा सेठ
मीरा सेठ एक भारतीय जनसेवक, राजनयिक, महिला अधिकार कार्यकर्ता और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) की पूर्व अध्यक्ष हैं।
मीरा सेठ | |
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की अध्यक्ष
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कार्यकाल १९९१ – १९९२ | |
पूर्व अधिकारी | लिस्बेट पाल्मे |
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उत्तराधिकारी | फ्रेडरिक वार्ड |
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की उपाध्यक्ष
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कार्यकाल १९९० – १९९१ Serving with रामिरो पिरिज बैलोन वास्लाव वासेक चिपो जिंदोगा | |
जन्म नाम | मीरा सेठ |
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यूनिसेफ के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य के रूप में कई पदों पर कार्य कर चुकी सेठ १९९० से १९९१ तक (जब लिस्बेट पाल्मे अध्यक्ष थी) यूनिसेफ की उपाध्यक्ष रहीं, और फिर इसके बाद १९९१ से १९९२ तक इसकी अध्यक्ष रहीं।[1][2] सेठ ने इससे पहले भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग में काम किया है। कई अलग-अलग आर्थिक प्रयासों, जैसे कि हथकरघा या मत्स्य पालन के विनियमन में महिलाओं की भागीदारी पर उनका अध्ययन महिलाओं और विकास के मुद्दों पर एक विशेषज्ञ है। अपने इसी अध्ययन पर उन्होंने "वीमेन एंड डेवलपमेंट: द इंडियन एक्सपीरियंस" ("महिलाएं तथा विकास: भारतीय अनुभव") नामक एक पुस्तक भी लिखी।
सेठ ने "मेरा शिंदर पुत्तर" नामक एक फिल्म का भी निर्देशन किया है, जो एक अवैध प्रवासी के धैर्य के परीक्षण और भारत में उसके पीछे छूटे परिवार के बारे में बात करती है।
प्रकाशन
संपादित करें- वीमेन एंड डेवलपमेंट: द इंडियन एक्सपीरियंस (अंग्रेज़ी: Women and development : the Indian experience) (अंग्रेजी में). सेज पब्लिकेशन्स. २००१. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0761994879.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- Empowerment of Women Through Tourism Industry and Sikkim State, India, 2013, International Journal of Current Research
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Officers of the UNICEF Executive Board 1946–2014 Archived 2016-10-20 at the वेबैक मशीन, UNICEF
- ↑ Executive Board Archived 2019-01-09 at the वेबैक मशीन, UNICEF