मीर अकबर अली खान सिकंदर जाह, आसिफ़ जाह तृतीय
हैदराबाद के तीसरे निज़ाम
मीर अकबर अली खान सिकंदर जाह (आसफ जाह III) का जन्म 11 नवंबर, 1768 को हुआ था और मृत्यु मई 21, 1829 को हुई।[1]

उन्होंने 26 वर्षों तक हैदराबाद प्रांत पर शासन किया।
अन्य निज़ामों की तरह, उनका मकबरा मक्का मस्जिद में है।[2][3]
हैदराबाद का जुड़वां शहर सिकंदराबाद उन्ही के नाम पर रखा गया है।[4]
मंदिर का निर्माण
संपादित करेंसिकंदर जाह ने न केवल हैदराबाद के अतापुर में रामबाग मंदिर का निर्माण किया, बल्कि हैदराबाद में मुस्लिम आसफ जाही शासकों और उनके हिंदू विषयों के बीच मौजूद सांप्रदायिक सद्भाव को साबित करते हुए उद्घाटन समारोह में भी भाग लिया। तीसरे निज़ाम ने मंदिर के रखरखाव के लिए मंदिर के पुजारी को एक जागीर भी दी।[5][6]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ https://www.imdb.com/name/nm6623468/bio
- ↑ "The Asaf Jahi Dynasty GENEALOGY". Archived from the original on 25 सितंबर 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". Archived from the original on 26 सितंबर 2018. Retrieved 25 सितंबर 2018.
- ↑ "SECUNDERABAD: ORIGINS, TALES & ARMY CONNECTION". Archived from the original on 28 अगस्त 2018.
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(help) - ↑ Iyer, Lalita (5 नवम्बर 2017). "Rambagh temple, a hidden gem in the Hyderabad". Deccan Chronicle (in अंग्रेज़ी).
- ↑ Naninsetti, Serish (8 अप्रैल 2017). "Nizam visited this temple". The Hindu (in Indian English).