मुक़द्दस रसूल
प्रतिकिर्यात्मक पुस्तक "मुक़द्दस रसूल बज्वाब रंगीला रसूल"
मुक़द्दस रसूल (उर्दू: مقدس رسول) मौलाना सनाउल्लाह अमृतसरी की पुस्तक है इसका पूरा नाम "मुक़द्दस रसूल: बजवाब रंगीला रसूल"[1] है।
विवरण
संपादित करेंइस पुस्तक को 1924 में उर्दू में प्रकाशित "रंगीला रसूल" जो की पैग़म्बर मुहम्मद के वैवाहिक एवं पारिवारिक चरित्र पर लिखी गयी थी का प्रतिउत्तर कहा जाता है।
लेखक इससे पहले 1900 में "सत्यार्थ प्रकाश" उर्दू में प्रकाशित होने पर प्रतिक्रिया में "हक़ प्रकाश बजवाब सत्यार्थ प्रकाश" [2]लिख चुके थे। मुसलमानों के सभी गुटों की ओर से सनाउल्लाह अमृतसरी ने इसे लिखा और प्रकाशित किया था।
इस विषय पर सदैव चर्चाओं के कारण पुस्तक "मुक़द्दस रसूल" उर्दू, हिंदी में निरंतर प्रकाशित हो रही है।
1929 में प्रकाशक "रंगीला रसूल" के क़त्ल के जुर्म में इल्म-उद-दीन [3]को मृत्यु की सज़ा मिली थी।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ:
संपादित करें- ↑ मौलाना सनाउल्लाह अमृतसरी. मुकददस रसूल बजवाब रंगीला रसूल.
- ↑ मौलाना सनाउल्लाह अमृतसरी. हक़ प्रकाश बजवाब सत्यार्थ प्रकाश. मूल से 18 जून 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जून 2020.
- ↑ The Punjab Bloodied, Partitioned and Cleansed. Rupa Publications. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-291-2125-7. मूल से 7 जनवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 اگست 2013.
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