मुख्तार अंसारी
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मुख्तार अंसारी,भारत के उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा सभा में विधायक रहें हैं। 2012 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश की मऊ विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र (निर्वाचन संख्या-356)से चुनाव जीता।[1] 28 मार्च 2024 को बाँदा (उत्तर प्रदेश) के मेडिकल कॉलेज में हृदय गति रुक जाने से मृत्यु हो गई। वह गरीबों के लिए मसीहा थे और गुंडों के लिए माफिया थे इनकी छवि आपराधिक थी जिसकी वजह से इन्हें उम्रकैद की सजा हुई थी ये 2005 से जेल में बंद थे इनके खानदान का इतिहास बहुत ही महान रहा है इनका खानदान देशभक्ति से परिपूर्ण था इनके दादा देश की आज़ादी से पुर्व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे इनकी नाना महावीर चक्र विजेता बिग्रेडियर उस्मानी थे जो भारत को जीत दिलाकर शहीद हो गए थे इनके चाचा मोहम्मद हामिद अंसारी जी भारत के पुर्व उपराष्ट्रपति रह चुके हैं मुख्तार अंसारी जी का निधन भी सवालों के घेरे में है मृत्यु से तीन दिन पुर्व ही उन्होंने बताया कि उन्हें खाने में जहर दिया जा रहा है जिससे यह भी आशंका है कि सरकार के लोगों ने उनकी हत्या करवाई है ये बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में भी दोषी थे मुस्लिम होने के नाते इन्हे सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जाता रहा है इनका निधन उत्तर प्रदेश ही नहीं वल्कि देश के लिए एक बड़ी क्षति है
मुख्तार अंसारी | |
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विधायक - मऊ, उत्तर प्रदेश
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कार्यकाल 2012 से 2017 | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "उत्तर प्रदेश विधान सभा". मूल से 11 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 जुलाई 2016.
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