मुग़ल उद्यान एक समूह हैं, उद्यान शैलियों का, जिनका उद्गम इस्लामी मुगल साम्राज्य में है। यह शैली फारसी बाग एवं तैमूरी बागों से प्रभावित है। आयताकार खाकों के बाग एक चारदीवारी से घिरे होते हैं। इसके खास लक्षण हैं, फव्वारे, झील, सरोवर, इत्यादि।

मुग़ल बाग़
प्रकारप्रजा उद्यान
निर्मित1526 (1526)
स्थितिसाल भर खुले रहेंगे
पिन्जौर, हरियाणा में मुगल उद्यान
The Shalimar Gardens in Lahore, Pakistan, is among the most famous of all Mughal-era gardens

मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर या तैमूर ने इसे चारबाग]] कहा था। इस शब्द को भारत में नया अर्थ मिला, क्योंकि बाबर ने कहा था, कि भारत में, इन बागों हेतु तेज बहते स्रोत नहीं हैं, जो कि अधिकतर पर्वतों से उतरी नदियों में मिलते हैं। जब नदी दूर होती जाती है, धारा धीमी पड़ती जाती है। आगरा का रामबाग इसका प्रथम उदाहरण माना जाता है। भारत एवं पाकिस्तान (तत्कालीन भारत) में मुगल उद्यानों के अनेकों उदाहरण हैं। इनमें मध्य एशिया बागों से काफी भिन्नता है, क्योंकि यह बाग ज्यामिति की उच्च माप का नमूना हैं।

मुगल बागों के उदाहरण संपादित करें

भारत संपादित करें

पाकिस्तान संपादित करें

देखें संपादित करें

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