मुजफ्फरपुर जिला
मुजफ्फरपुर जिला, बिहार के ३८ जिलों में से एक है। इसका प्रशासकीय मुख्यालय मुजफ्फरपुर है। [1]यह जिला उत्तर में पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी, दक्षिण में वैशाली और सारण, पूर्व में समस्तीपुर और दरभंगा तथा पश्चिम में गोपालगंज से घिरा है। हिंदी और बज्जिका यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हैं, जबकि बज्जिका/पश्चिमी मैथिली यहाँ की स्थानीय बोली
मुजफ्फरपुर ज़िला Muzaffarpur | |
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बिहार में मुजफ्फरपुर ज़िले की अवस्थिति | |
राज्य |
बिहार भारत |
मुख्यालय | [[{{{HQ}}}]] |
क्षेत्रफल | 3,173 कि॰मी2 (1,225 वर्ग मील) |
जनसंख्या | 4,801,062 (2011) |
जनघनत्व | 1,514/किमी2 (3,920/मील2) |
साक्षरता | 84.8 प्रतिशत |
लिंगानुपात | 900 |
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र | Muzaffarpur, Vaishali |
विधानसभा सीटें | Baruraj, Aurai, Minapur, Bochahan, Sakra, Kurhani, Muzaffarpur, Kanti, Gaighat, Paroo, Sahebganj |
राजमार्ग | NH 57, NH 28, NH 77, NH 102, NH 527C |
आधिकारिक जालस्थल |
मुजफ्फरपुर ज़िला बिहार राज्य का एक महत्वपूर्ण ज़िला है जो पूर्वी भारत में स्थित है। इसका मुख्यालय मुजफ्फरपुर नगर है और यह ज़िला बूढ़ी गंडक नदी के किनारे स्थित है। यह ज़िला प्रमुख रूप से कृषि, उद्योग, और व्यापार पर आधारित है।
मुजफ्फरपुर ज़िला का क्षेत्रफल लगभग ३९२४.७४ वर्ग किलोमीटर है। यह ज़िला उत्तर में दरभंगा, पश्चिम में वैशाली, पूर्व में समस्तीपुर और दक्षिण में शेखपुरा ज़िले के साथ सीमित है।
मुजफ्फरपुर ज़िले की अनुमानित जनसंख्या अनुमानित ४३ लाख है, जो कि बिहार के बड़े ज़िलों में से एक है।
2024 में मुजफ्फरपुर की वर्तमान मेट्रो क्षेत्र की जनसंख्या 554,000 है, जो 2023 से 2.4% की वृद्धि है।
मुजफ्फरपुर नगर ज़िले का मुख्य केंद्र है और यह गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह नगर विभिन्न प्राचीन मंदिरों, मस्जिदों, और सांस्कृतिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।
अर्थव्यवस्था: मुजफ्फरपुर ज़िला की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। यहां धान, गेहूँ, और दाल जैसी खाद्य फसलें पैदा की जाती हैं। इसके अलावा, ज़िले में उद्योगिक क्षेत्र भी हैं और यहां कच्चा और सुधा कागज, गुड़ और शक्कर उद्योग, और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े कई कारख़ाने स्थित हैं।
पर्यटन स्थल: मुजफ्फरपुर ज़िला में कई प्राचीन स्थल, मंदिर, और मस्जिदें हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इसमें कक्षेत्रीय स्थलों के साथ ही कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं।
मुजफ्फरपुर ज़िला बिहार के एक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है, जो अपने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।
प्रसिद्ध व्यक्ति
संपादित करें- साहित्यकार : बाबू देवकी नंदन खत्री, दिनकर, रामबृक्ष बेनीपुरी, जानकी वल्लभ शास्त्री, अनामिका
- लेखक : राय प्रभाकर प्रसाद (जन्म गाँव भरथआ, बाद में पटना में बसे)
- स्वतंत्रता सेनानी:
- खुदीराम बोस
- जुब्बा साहनी
- योगेन्द्र शुक्ल
- शुक्ल बंधु
- रामसंजीवन ठाकुर
- पण्डित सहदेव झा
- डा. प्रसन्न कुमार ठाकुर - संस्थापक , नेशनल सिविल सोसाइटी, नई दिल्ली. (बेरुआ , गायघाट)
- राजनेता: चंदेश्वर प्रसाद नारायण सिंह (नेपाल तथा जापान के राजदूत), पंजाब (भारत) तथा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे।
- चंदन कुमार झा-शेरपुर - भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार , पत्रकार/ संवाददाता एवं प्रखर वक्ता।
- रामेश्वर प्रसाद सिन्हा - प्रसिद्ध राजनीति़ज्ञ तथा संविधान सभा के सदस्य, महेश प्रसाद सिन्हा, राम दयालु सिंह,
- जार्ज फर्नान्डिस तथा जयनारायण निषाद- सांसद
- हिन्दुत्व रक्षक साकेत शुभम् (श्री राम संजीवन ठाकुर राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, मजदूर नेता के पौत्र और अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद् मोदफलपुर मुजफ्फरपुर के प्रथम अध्यक्ष
- कलाकार :
- स्वाति शर्मा - पार्श्व गायिका बन्नो तेरा स्वैगर तनु वेड्स मनु,
- ऐश्वर्य निगम - पार्श्व गायक मुन्नी बदनाम हुई फिल्म दबंग ।
■मुजफ्फरपुर शक्शियतो की राजधानी
- खुदीराम बोस
- जुब्बा सहनी
- योगेन्द्र शुक्ल
- जानकी वल्लभ शास्त्री
- राम संजीवन ठाकुर
- जय नारायण प्रसाद निषाद
- रधुनाथ पाण्डेय
- जगदीश ठाकुर
- हिन्दुत्व रक्षक साकेत शुभम् (श्री राम संजीवन ठाकुर राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, मजदूर नेता के पौत्र और अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद् मोदफलपुर मुजफ्फरपुर के प्रथम अध्यक्ष ।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 16 मार्च 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 नवंबर 2016.