मुनक्का कुँअर नामक मगही कवयित्री का जन्म ग्राम मछुआ (पाली), जिला पटना में हुआ था। मगही भाषा में रचे और गाये इनके भजन पाली के इर्द-गिर्द में प्रचलित मिलते हैं। आपके भजनों का संग्रह 1934 में ‘मुनक्का कुँअर भजनावली’ शीर्षक से यूनिवर्सिटी प्रेस, बाँकीपुर से प्रकाशित हुआ है।