मूत्र चिकित्सा एक ऐसी वैकल्पिक चिकित्सा जिसमें कई रोगों के निदान के लिए मानव मूत्र को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। मूत्र थेरेपी को यूरोथेरेपी या यूरिनोथेरेपी अथवा यूरोपैथी के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। मूत्र को औषधि के रूप में विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है मसलन इस इलाज में स्वयं के मूत्र का सेवन किया जाता है या शारीरिक सुन्दरता बढ़ाने या त्वचा सम्बन्धी विकारों को दूर करने हेतु अपनी त्वचा पर अपने मूत्र की मालिश की जाती है। हालांकि मूत्र चिकित्सा विभिन्न रोगों के उपचार के लिए बहुत हीं कारगर माना जाता है फिर भी चिकित्सीय उपयोग के लिए इसे वैज्ञानिक रूप में पुष्टि नहीं हुई है। मूत्र में पानी की 95%, यूरिया की 2.5% मात्रा होती हैं और शेष 2.5%, खनिज लवण, हार्मोन और एंजाइम का मिश्रण होता है। केवल यूरिया, जो मूत्र का नाम है, जहरीला हो सकता है जो रक्त में उपस्थित हो। https://web.archive.org/web/20110413062848/http://www.universal-tao.com/article/urine_therapy.html