हज़रत मूसा को यहूदी, ईसाई, तथा मुस्लिम समान रूप से ईश्वर का भेजा हुआ संदेशवाहक या पैगंबर मानते है। इन्हें यहूदी धर्म का संस्थापक माना जाता है।मुस्लिम धर्म में क़ुरआन में हज़रत मूसा को "कलामुल्लह" भी कहा गया है । क्युकी वो एक मात्र ऐसे पैगंबर थे जो ईश्वर से बात कर सकते थे । ईश्वर के साथ उनका ये साक्षात्कार "कोहे तुर" नामक पहाड़ पर हुआ। यही पर उन्हें ईश्वर द्वारा आदर्श जीवन के १० सूत्रीय आदेश प्राप्त हुए । जिन्हे अंग्रेजी भाषा में १० कमांडमेंट्स भी कहा जाता है । यही मूसा संहिता कहलाती है ।