मैसूर का पठार का विस्तार कर्नाटक के पूर्वी व मध्यवर्ती भाग, दक्षिणी-पश्चिमी आन्ध्र प्रदेश व पश्चिमी तमिलनाडु राज्यों में पाया जाता है। इस पठार की मूल चट्टानें बहुत ही कठोर और पुरानी हैं जिनमें प्राचीन जीवाशेषों का पूर्ण अभाव पाया जाता है। ये मुख्यतः आग्नेय अथवा रवेदार हैं जिनमें ग्रेनाइट, नीस, बेसाल्ट बलुआ-पत्थर व क्वार्टजाइट मुख्य हैं। इस पटार की चट्टानें खनिज पदार्थों की दृष्टि से काफी धनी हैं। खनिज पदार्थों के अतिरिक्त यहां भवन निर्माण एवं सड़क निर्माण हेतु बैसाल्ट व ग्रेनाइट पत्थर भी पाया जाता है।यह दक्षिण के पठार का ही एक भाग है।