मोगाओ गुफ़ाएँ
दुनहुआंग शहर, गांसु, चीन के पास गुफाएँ
मोगाओ गुफाएँ (Mogao Caves), जिन्हें हज़ार बुद्धों की गुफाएँ (Caves of the Thousand Buddhas) भी कहते हैं, पश्चिमी चीन के गान्सू प्रांत के दूनहुआंग शहर से २५ किमी दक्षिणपूर्व में स्थित एक पुरातत्व स्थल है। रेशम मार्ग पर स्थित इस नख़्लिस्तान (ओएसिस) क्षेत्र में ४९२ मंदिरों का एक मंडल है। इनमें १००० वर्षों के काल में गुफ़ाएँ खोदी गई। सबसे पहली गुफाएँ ३६६ ईसापूर्व में बौद्ध चिंतन और पूजा के लिए स्थान बनाने के लिए बनाई गई थी। सन् १९०० में एक गुफा में बहुत से दस्तावेज़ों का एक भण्डार मिला जो ११वीं शताब्दी में चुनवा के बंद कर दिया गया था। इसे 'पुस्तकालय गुफा' कहा जाने लगा और इसकी सामग्री दुनिया भर में बंट गई। मोगाओ की बहुत सी गुफाएँ पर्यटकों के लिए खुली हैं और यहाँ हर वर्ष बहुत से सैलानी घूमने आते हैं।[1]
मोगाओ गुफाएँ | |
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विश्व धरोहर सूची में अंकित नाम | |
देश | चीन |
प्रकार | सांस्कृतिक |
मानदंड | i, ii, iii, iv, v, vi |
सन्दर्भ | 440 |
युनेस्को क्षेत्र | एशिया-प्रशांत |
शिलालेखित इतिहास | |
शिलालेख | 1987 (11वाँ सत्र) |
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कुछ दृश्य
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मंजुश्री और विमलाकृति की भेंट का चित्रण (गुफ़ा १५९)
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एक श्रद्धालु महिला को पवित्र भूमि ले जाते एक बोधिसत्व (पुस्तकालय गुफा)
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१९०८ में पुस्तकालय गुफा का परीक्षण
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बोधिसत्वों और एक भिक्षु को पूजते अवलोकितेश्वर - यह चित्र सोने के वर्क से मढ़ा हुआ था (गुफ़ा ५७)
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Cave Temples of Mogao: Art and History on the Silk Road Archived 2016-06-25 at the वेबैक मशीन, Roderick Whitfield, Susan Whitfield, Neville Agnew, Getty Publications, 2000, ISBN 978-0-89236-585-2