मोनिका, ओ माई डार्लिंग
मोनिका, ओ माई डार्लिंग वर्ष 2022 की हिन्दी भाषा की फिल्म है। फ़िल्म में राजकुमार राव, हुमा क़ुरैशी और राधिका आप्टे हैं। फ़िल्म का शीर्षक 1971 की फ़िल्म कारवां के गीत "पिया तू अब तो आजा" से लिया गया है।[2] यह 11 नवंबर 2022 को नेटफ्लिक्स पर जारी हुई।[3] इसे आलोचकों से सकारात्मक समीक्षा मिली।[4]
मोनिका, ओ माई डार्लिंग | |
---|---|
निर्देशक | वासन बाला |
पटकथा | योगेश चंदेकर[1] |
निर्माता |
सरिता पाटिल संजय राउत्रे दीक्षा ज्योते राउत्रे विशाल बजाज |
अभिनेता | |
संपादक | अतानु मुखर्जी |
संगीतकार | अचिंत ठक्कर |
निर्माण कंपनी |
मैचबॉकस शॉट्स |
वितरक | नेटफ्लिक्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
|
लम्बाई |
129 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
कहानी
संपादित करेंयूनिकॉर्न फैक्ट्री में रात की पाली के दौरान, देव प्रकाश अपने दोस्त गौरव को बताता है कि उसने शालू के सामने शादी का प्रस्ताव रखा है और उसने इसे स्वीकार कर लिया है। इसके तुरंत बाद, कंपनी का रोबोट देव पर हमला करता है और उसे मार देता है। मामले को दुर्घटना मानकर बंद कर दिया जाता है। जबकि सुरक्षा अधिकारी फरीदी बेग को कंपनी से निकाल दिया जाता है। 6 महीने बाद, यूनिकॉर्न की 50वीं वर्षगांठ पर, जयंत अरखेडकर (राजकुमार राव) को कंपनी के निदेशक मंडल में पदोन्नत किया जाता है। उसने सीईओ सत्यनारायण अधिकारी की बेटी निक्की अधिकारी से सगाई भी की है। समारोह के बाद, उसे कंपनी की सचिव मोनिका (हुमा क़ुरैशी) के साथ संबंध बनाते दिखाया जाता है। बाद में मोनिका जयंत को बताती है कि वह उसके बच्चे की मां बनने वाली है। वह उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश करती है। बाद में, जयंत को उसकी और मोनिका की तस्वीरों वाला एक पत्र मिलता है। उस पत्र में उसे एक होटल में जाने के लिए कहा जाता है। होटल में उसकी मुलाकात यूनिकॉर्न के सीएफओ अरविंद मणिवन्नन और सत्यनारायण के बेटे और प्रबंध निदेशक निशिकांत अधिकारी (सिकन्दर खेर) से होती है। वह दोनों यह बताते हैं कि मोनिका ने उन्हें भी ब्लैकमेल किया था। वह तीनों मोनिका की हत्या करने की सोचते हैं। इसमें निशिकांत उसकी हत्या कर देगा, जयंत शव को ले जाएगा और अरविंद शव को ठिकाने लगा देगा। योजना सही चल रही होती है। लेकिन अरविंद और जयंत शव को जंगल में फेंकने की कोशिश करते समय एक तेंदुए से टकरा जाते हैं और उन्हें भागना पड़ता है।
अगले दिन, अरविंद और जयंत यह देखकर चौंक जाते हैं कि मोनिका अभी भी ज़िंदा है। जंगल में फेंका हुआ शव निशिकांत का निकलता है। एसीपी नायडू (राधिका आप्टे) यूनिकॉर्न कार्यालय में मौत की जांच शुरू करती है। जबकि अरविंद और जयंत दोनों को लगता है कि मोनिका ने ही निशिकांत की हत्या की है। बाद में अरविंद को उसके घर पर एक पार्सल मिलता है जिसमें एक जहरीला सांप होता है। उसके काटने से उसकी मौत हो जाती है। जयंत को भी एक समान पार्सल मिलता है लेकिन वह भागने में सफल रहता है। जयंत फिर एक छत पर जाता है लेकिन गौरव (जयंत का दोस्त और होने वाला बहनोई) उसे पीछे से धक्का दे देता है। वह बच जाता है। फिर वह मोनिका के घर जाता है जहां वह उसे मारने की कोशिश करता है। मोनिका उसे बताती है कि उसने निशिकांत या अरविंद को नहीं मारा। उसकी शराब में ज़हर मिला होता है। वो जयंत को कुछ और बताने से पहले ही मर जाती है। बाद में, जयंत को पता चलता है कि देव की मौत की जांच में जयंत का दोषपूर्ण रोबोट ही दोषी था। लेकिन सत्यनारायण ने इसे छिपा दिया और इसके बजाय फरीदी को निकाल दिया। जयंत और गौरव एक साथ यूनिकॉर्न फैक्ट्री में उस रोबोट देखने जाते हैं। जयंत को पता चलता है कि गौरव ने ही देव की हत्या की थी। क्योंकि वह जयंत की बहन शालू से प्यार करता था। फिर गौरव उसी रोबोट से जयंत पर हमला करता है। लड़ाई के दौरान गौरव, निशिकांत और अरविंद को मारने की बात कबूल करता है। जयंत अंततः अपनी घड़ी से रोबोट पर नियंत्रण पा लेता है और आत्मरक्षा में गौरव को मार देता है। बाद में, नायडू एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा करती है कि मोनिका का हत्यारा उसके अजन्मे बच्चे का पिता तमांग राणा (शिवा रिन्दानी) था। उसने मोनिका की हत्या के अपराध बोध में आत्महत्या कर ली है।
फिर बाद में नायडू, जयंत को बताती है कि मोनिका के बच्चे के वास्तविक पिता सत्यनारायण था। जब उसने सत्यनारायण को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया तो उसने तमांग को मोनिका की शराब में जहर मिलाने को कहा। फिर उसे चुप कराने के लिए नायडू ने तमांग की हत्या कर दी।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- राजकुमार राव — जयंत "जय" अरखेडकर उर्फ जॉनी
- हुमा क़ुरैशी — मोनिका
- राधिका आप्टे — एसीपी विजयशांति नायडू
- सिकन्दर खेर — निशिकांत अधिकारी
- आकांशा रंजन कपूर — निक्की अधिकारी
- बागवती पेरुमल — अरविंद मणिवन्नन
- विजय केनकरे — सत्यनारायण अधिकारी
- सुकांत गोयल — गौरव मोरे
- ज़ैन मैरी खान — शालू वर्तक
- शिवा रिन्दानी — तमांग राणा
- शिव चौहान — देव प्रकाश
- फैसल रशीद — फरीदी बेग
- राधिका मदन — सुप्री (अतिथि भूमिका)
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "मूवी रिव्यू : मोनिका ओह माय डार्लिंग". नवभारत टाइम्स. अभिगमन तिथि 30 जून 2023.
- ↑ ताम्रकर, समय. "Monica O my darling movie review in Hindi | मोनिका ओ माय डार्लिंग फिल्म समीक्षा: दिलचस्प कहानी और बढ़िया स्टारकास्ट". वेबदुनिया. अभिगमन तिथि 30 जून 2023.
- ↑ "Monica O My Darling Review: टीम 'अंधाधुन' की एक और दिलचस्प मर्डर मिस्ट्री, सितारों के आगे जहां वाकई और भी है." अमर उजाला. अभिगमन तिथि 30 जून 2023.
- ↑ "मूवी रिव्यू: मोनिका, ओ माई डार्लिंग". द लल्लनटॉप. अभिगमन तिथि 30 जून 2023.