मोहन कल्पना सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह उहा शाम के लिये उन्हें सन् 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

मोहन कल्पना
पेशासाहित्यकार
भाषासिन्धी भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
विषयकहानी–संग्रह
उल्लेखनीय कामsउहा शाम
  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.