मोहम्मद हनीफ़ ख़ान शास्त्री

मोहम्मद हनीफ़ ख़ान शास्त्री एक भारतीय संस्कृत विद्वान हैं।[1] साल 2009 में इन्हें व्यक्तिगत श्रेणी में राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।[2][3][4][5] वे राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के प्रोफ़ेसर रहे थे।[6]

किताबें संपादित करें

उन्होंने आठ किताबें लिखी जिनमें से ये पाँच सूचीबद्ध हैं:[7]

  • मोहंगीता
  • गीता और क़ुरआन में सामंजस्य
  • वेद और क़ुरआन से महामंत्र गायत्री और सूराह फ़ातिहा
  • वेदों में मानवाधिकार
  • मेलजोल

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Gita, Koran and harmony". The Hindu (अंग्रेज़ी में). 2011-03-22. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2017-09-18.
  2. "List of Communal Harmony Award winners up to 2012" (PDF). Ministry of Home Affairs, Government of India. मूल (PDF) से 15 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-09-18.
  3. "Meet Dr Mohammed Hanif Khan Shastri". Hindustan Times (अंग्रेज़ी में). 2011-08-07. मूल से 5 नवंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-09-18.
  4. "Communalism, terrorism big challenges: PM". Zee News (अंग्रेज़ी में). 2011-07-29. मूल से 18 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-09-18.
  5. Thorpe, Edgar Thorpe, Showick (2010). The Pearson Current Events Digest 2010 (अंग्रेज़ी में). Pearson Education India. मूल से 22 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 अक्तूबर 2017.
  6. Chakravorty, Rishabh (2015-06-11). "International Yoga Day gets support from minority leaders". India.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 18 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-09-18.
  7. "National Communal Harmony Awards 2009 announced". pibmumbai.gov.in. मूल से 18 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-09-18.