मौमिता दत्ता 2006 में अहमदाबाद में मौजूद अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (Space Applications Centre) में शामिल हुए। तब से वे विभिन्न प्रकार के कुलीन परियोजनाएं जैसे कि- चंद्रयान-1, ओशियनसेट, रिसोर्ससैट और हाएसेट का हिस्सा रह चुकी हैं। उन्हें मंगल परियोजनाओं में मीथेन सेंसर के लिए परियोजना के आयोजक के तौर पर चुना गया था और वह ऑप्टिकल प्रणाली के विकास और सूचक के लक्षण वर्णन और अंशांकन के लिए जिम्मेदार थीं। इसरो की विभिन्न परियोजनाओं के लिए विभिन्न बहु-वर्णक्रमीय पेलोड और स्पेक्ट्रोमीटर के विकास में वे शामिल हैं। उनके अनुसंधान के क्षेत्र हैं - गैस सूचक का लघु रूप तैयार करना जो कि प्रकाशिकी के क्षेत्र में राज्य के अति-आधुनिक प्रौद्योगिकियों में शामिल है। [1]

  1. "मंगलयान मिशन".[मृत कड़ियाँ]