हूती विद्रोह यमन के उत्तरी भाग में आरम्भ हुआ एक गृहयुद्ध है। इसको 'सदाह युद्ध' भी कहते हैं।

५ अप्रैल २०१५ को हूती नियंत्रित क्षेत्र (हरे रंग में)

इसकी शुरुआत जून २००४ में हुई थी जब जैदी सम्प्रदाय के धर्मगुरू हुसैन बद्द्रुद्दीन अल-हूती ने यमन सरकार के विरुद्ध विद्रोह आरम्भ कर दिया।

यमन के बड़े हिस्से पर हूती विद्रोहियों ने कब्जा किया हुआ है। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार की बहाली के लिए सऊदी अरब की अगुवाई वाला सैन्य गठबंधन हूतियों के खिलाफ लड़ रहा है। यमन के गृहयुद्ध में लड़ाई के लिए यूएई, सऊदी गठबंधन में 2015 में शामिल हो गया था हूतियों का उदय 1980 के दशक में यमन में हुआ। यह यमन के उत्तरी क्षेत्र में शिया मुस्लिमों का सबसे बड़ा आदिवासी संगठन है। हूती उत्तरी यमन में सुन्नी इस्लाम की सलाफी विचारधारा के विस्तार के विरोध में हैं। 2011 से पहले जब यमन में सुन्नी नेता अब्दुल्ला सालेह की सरकार थी, तब शियाओं के दमन की कई घटनाएं सामने आईं। ऐसे में शियाओं में सुन्नी समुदाय के तानाशाह नेता के खिलाफ गुस्सा भड़क उठा।

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